शुक्रवार, 21 नवंबर 2008

वादों से तंग लोगों ने खुद बना ली सड़क

झारखंड के कोडरमा जिले के सिमेरकुंडी गांव के लोगों ने गांव से शहर तक सड़क बनवाने के नेताओं द्वारा किए गए खोखले वादों से तंग आकर खुद ही आठ किलोमीटर लंबी सड़क बना डाली. घने जंगलों में बसे सिमेरकुंडी गांव में सड़क न होने के चलते शहर जाने और दूर से पानी लाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. गांव की वन विकास समिति के प्रमुख रमेश मुर्मू ने बताया, 'नेताओं ने बड़े-बड़े वादे किए लेकिन वे अधूरे रह गए, इसके बाद हमने पिछले साल सितंबर में खुद ही सड़क बनाने का फैसला कर डाला. 'सड़क निर्माण के बाद जिला वन अधिकारी से गांव वालों को आथिर्क प्रोत्साहन और मदद मिली जिसके चलते आज इस गांव की आथिर्क तस्वीर बदल चुकी है. वन अधिकारी केके त्रिपाठी ने बताया, 'ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत गांव वालों ने पानी की समस्या हल करने के लिए एक कुआं भी खोदा है. इसके अलावा, गांव में जंगलों की रक्षा के लिए एक चेतना समिति और खाद्यान्न भंडार की भी स्थापना की गई है. ग्रामीणों को संकर बीजों से भी परिचित कराया गया है जिससे वे सब्जियों के उत्पादन को बढ़ा सकें.कोडरमा से 28 किमी दूर सिमरकुंडी की यह दास्तान कईयो के लिये सबक है तो नेताऒ के लिये आईना भी.

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