सोमवार, 13 जुलाई 2009

झुमरीतिलैया में घनी आबादी से चार फीट लंबा वज्रकीट पकड़ा गया


वन्यप्राणी आश्रयणी कोडरमा के कर्मियों एवं स्थानीय लोगों के सहयोग से लुप्तप्राय वज्रकीट (मोनिटर लिजार्ड) को झुमरीतिलैया शहर के एक घनी आबादी वाले इलाके से पकड़ा गया। बाद में उसे वन्यप्राणी आश्रयणी क्षेत्र कोडरमा में छोड़ दिया गया। झुमरीतिलैया देवी मंडप रोड स्थित तापस पाल के घर में कहीं से भटकते हुआ करीब चार फीट लंबा मोनिटर लिजार्ड घुस गया था। इसकी सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम गई और स्थानीय लोगों की मदद से तीन घंटे की मशक्कत के बाद उक्त जीव को सुरक्षित पकड़ लिया। मूलतः यह जीव छिपकली प्रजाति का होता है। मांसाहारी होने के कारण सांप, चूहा और छोटे-छोटे पक्षियों को अपना शिकार बनाता है। वन्यप्राणी के सिड्यूल-2 के भाग का यह प्राणी है। यह जंगल में या फिर पत्थर की दरारों में पाया जाता है। खाने-पीने के चक्कर में घनी आबादी या शहरों में चला जाता है। यह विषैला तो नहीं होता, लेकिन इसके लार से संक्रमण हो जाता है। शरीर फूल जाते हैं और जख्म हो जाता है।

3 टिप्‍पणियां:

विवेक सिंह ने कहा…

बड़ी अच्छी जानकारी दी , आभार !

मुनीश ( munish ) ने कहा…

Keet? Keet is an Insect always ! It is surely a reptile= sarisrip.

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" ने कहा…

वन सम्पदा के ह्रास का ही ये नतीजा है।